ज़िंदगी कलम-सी है|इसमें भरी प्राणों की स्याही कभी भी समाप्त हो सकती है|ऐसा होने से पूर्व इस कलम से खूबसूरत इबारतें लिखने का प्रयास कीजिए- ऐसी इबारतें जिन्हें लोग 'इतिहास' का नाम दे दें|
हर रोज़ मुझे जगाती है, जब सुबह को घर से निकलू, वही धूप तेरी याद दिलाती है, तेरे संग जो सफर तय किया था, वो अब एक अनजान रस्ता है, जिस धूप में हमने सर्दी मिटाई थी, अब वो धूप बड़ी ही चुभती है।।
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