दर्द ही काफी है
तुम्हारा time नहीं चहिए
हम ही काफी है
वो रात ढल गयी ,जिस में
"मैं" में "तुम" हो ।
हमदर्दी नहीं चाहिए
वो तुम नही चाहिए
वो हम नही चाहिए
वक़्त भी नही चाहिए
साथ भी नही चाहिए
क्या तुम्हारे सिवा कुछ भी नही चाहिए
तुम्हारी सफाई भी नही चाहिए
तुम्हारी अच्छाई भी नहीं चाहिए .....
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