इन सफ़ेद चेहरों के पीछे
कौन यहाँ दाग़दार नहीं है,
मक्कारों की बस्ती में
कौन यहाँ मक्कार नहीं है,
घिस दिए सर आज इबादत में
कौन यहाँ गुनाहगार नहीं है,
करके ख़ता कहते हैं वो
कौन यहाँ ख़तावार नहीं है,
देखते हैं वो बदनुमा दाग़ मुझमें
कौन यहाँ बदकार नहीं है,
इन सफ़ेद चेहरों के पीछे
कौन यहाँ दाग़दार नहीं है.. !!!
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