QUOTES ON #HINDI

#hindi quotes

Trending | Latest
AN HOUR AGO

चिड़िया भी अपने बच्चों को जन्म देने से पहले एक अच्छा घोंसला बनाती है 

यह बात हम मनुष्यों को भी भली भांति समझनी चाहिए..!!

😊💯

-


2 HOURS AGO

सच्चा एहसास वो नहीं होता है
जो किसी में अपना फायदा देखकर महसूस
किया जाता है सच्चा एहसास वो होता है जो
आप में बदलाव का कारण बनता है...

-


2 HOURS AGO

दूर तलक ये बात चली है
चाँद को देने तू मात चली है

तू आगे आगे और पीछे
तारों की बारात चली है

तू गुज़रे जहाँ से वो गलियाँ महके
ख़ुशबूएँ तेरे साथ चली है

वैसे तो मैं मर ही जाता, पर
इश्क में तेरे ये साँस चली है

-


2 HOURS AGO

नारी सृजनशील है।
वह जननी है।
जन्म देती है।
वंशवृद्धि करती है।
देवी स्वरूप पूजी जाती है।
घर की गृहशोभा कहलाती है।
फिर वही नारी रजस्वला होने पर,
घृणा की दृष्टि से भी देखी जाती है।
ये समाज नारी का आंकलन,
दोयम दर्जे पर करता है।
नारी के लिए दोहरे मापदंड,
स्थापित कर रखे हैं इस समाज ने।
समाज ही नहीं,स्वयं उसके घर-परिवार ने।


— % &अपेक्षा की जाती है कि विवाह के बाद,
वह तुरंत गर्भवती हो जाए।
कुलदीपक को जन्म दे,
य गुड़िया को गोद में खिलाए।
मासिक धर्म में सब उसे अपवित्र कहते हैं।
यदि रजोधर्म ही न आए तो उसे बांझ समझते हैं।
आखिर हम ये बात क्यों भूल जाते हैं।
मासिक धर्म से ही तो नारी में सृजन शक्ति आती है।
फिर मासिक धर्म में वही नारी,
अपवित्र क्यों कहलाती है ?— % &

-


2 HOURS AGO

ख़ुश तो हो न तुम ? ये मेरे लिए ख़ुशी की बात है
कभी गैर नहीं समझना तुमसे मेरी दिन-रात है
आँसुओं की क़ीमत जानता हूँ क्या होती है
तुम्हारा साथ मेरे लिए वरदान है सौगात है

-


3 HOURS AGO

ना कोई उम्मीद ना ही कोई ताल्लुक रखना है
तेरी बेवफ़ाई के बाद हमे बस तुझसे दूर रहना है ।
तेरी यादों से हमें बस दूर रहना है..............✍️

-


3 HOURS AGO

Ye dil jiske Ishq ka jodha pehenta hai
Wo har nazar pe hame diwana banata hai

-


4 HOURS AGO

जीत के दिखाना है

मित मेरे कुछ कर जाना है
बस जीत कर दिखाना है
चक्रव्यू की भाँती है यह संसार
अभिमन्यु की भाँती तुम भर दो हुंकार
आज ये अभिमन्यु न हारेगा
आज सबको ये पछाड़ेगा
तु चक्रव्यूह तोड़ता जा
बिना डरे बिना रुके तु बढ़ता जा
तोड़ दो आज चक्रव्यूह के सारे द्वार
तुमसे ही तो है उम्मीदें हजार
तुम ही करोगे नैय्या पार
मीत मेरे कुछ कर जाना है
बस जीत के दिखाना है

-


4 HOURS AGO

......

-


6 HOURS AGO

मैं था मेरी तन्हाई थी और कुछ अधूरे ख़्वाब थे।
किताबें थी कुछ डिग्रीयाँ थी और अधूरे जवाब थे।।

आज़माइश थी वफ़ादारी थी और थी एक ज़िंदगी।
कुछ तो चेहरे साफ़ थे कुछ के तो अधूरे नक़ाब थे।।

नसीब था इल्म था और थी कुछ ग़लत फ़हमिया।
माँ है बहन है और अब्बु के कुछ अधूरे ख़िताब थे।।

चले थे ज़िंदगी की कश्ती पर साहिल की जानिब।
कठिन रास्ते थे मज़िल दूर थी,अधूरे ज़फ़र-याब थे।।






-