उसके होटों की मुस्कान
आज भी हसीन है
कुछ भी न बदला
बस कुछ साल बदल गए
रिश्तों के संग कुछ
शक़्ल बदल गए
फिर भी लगता है
की वो वही पुरानी है
क्या बताऊँ वो मुस्कान
आज भी हसीन है
औंस की शब जैसे
फूलों को छूती है
ऐसे ही कुछ वो
दिल तक पोहचती है
की कभी सोचा न था
तुमसे भी फ़ासला होगा
इस कदर अंजान बन के
फिरसे मिलना होगा
ये मुलाक़ात नया किस्सा
पर बातें पुरानी है
इक बात बताऊ तुम्हें
ये मुस्कान आज भी हसीन है
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