Harshal Chandratre HR 12 NOV 2017 AT 1:54 वो जिसे मानती हो उसकी कसम खिला के देख लो तुममोहब्बत मुझ से ना कबूल हुई तो लिखना छोड़ दूँगा मैं - Harshal Chandratre HR 11 DEC 2017 AT 23:13 एक नींद की झपकी लगी थी हमेंउधर किसी के हाथ पीले हो गए - Harshal Chandratre HR 19 DEC 2017 AT 10:25 अब निगाहें निगाहों से मिलने दो ये तो मोहब्बत हैं साहब, होने दो - Harshal Chandratre HR 7 DEC 2017 AT 13:22 तेरी आँखे मुझ से कई अनकहे सवाल करती हैं..नज़र ना लग जाए इसलिए नजरअंदाज करती हैं - Harshal Chandratre HR 23 NOV 2017 AT 11:38 माना थोड़े से बिगड़े जरूर हैं हम ज़नाबपर दिल पाक और नियत साफ रखते हैं - Harshal Chandratre HR 22 NOV 2017 AT 8:36 जिस दुनिया के पीछे भाग रहे हों तुम ज़नाबवक़्त आने पे वो ही गम-ए-हस्ती देगी तुम्हें । - Harshal Chandratre HR 18 NOV 2017 AT 18:15 मीलों धूप में चलते रहे हैं वोपिता हैं मेरे लिए जले हैं वो - Harshal Chandratre HR 5 DEC 2017 AT 21:22 जहाँ रुक जाऊँ वही महफ़िल सजा देता हूँ...अपने अलावा हर एक कि तन्हाई मार देता हूँ - Harshal Chandratre HR 29 NOV 2017 AT 14:33 खुद को भूखा रख बच्चे को खिला आई !वो माँ हैं साहब पूरी दुनिया से उलझ आई - Harshal Chandratre HR 21 NOV 2017 AT 22:32 जिसे हमनें हर दर्द में हर बार ही पुकारा हैंवो माँ नाम हैं जिसे रब से पहले पुकारा हैं -