Tujhse jhagadti Hoon Par teri perwah v toh karti hoon Kabhi kabhi Bina wajh rooth jati Hoon Tu Isse naadaani ka naam deta hai Mein aise hi Pyaar jatati Hoon✨
हाँ, मिला वो हमकदम हमें कुछ ऐसे जैसे कि उसकी वर्षो से तालाश थी बेवजह सी तो बस जी रही थी जिंदगी फिर भी उसके आने की एक आश थी अब हम भी लिख लेते हैं खुशी के दो-चार नगमें बिना उसके तो यह शायरियाँ महज एक जिंदा लाश थी
लफ्जों में कैसे करे बयां जो खुशी हमको मिली है चंद पलों की मुलाकातों में सैकड़ों हँसी हमको मिली है बन रही हैं अब नयी यादें कुछ इस कदर कि पुरानी कड़वी यादें अब होने लगी धुंधली है ....