Oh khudaya mujhko nahi hai tujhse gila......
ओह खुदाया, ओह खुदाया, ओह खुदाया ओह खुदा
मुझको नहीं है ,अब भी कोई ,है नही ,तुझसे गिला
तेरी वफा भी,तेरी अदा भी,तेरी अता भी कमाल है
तू ही हकीकत ,तू ही मंजिल ,तेरा ही, संसार है
ओह खुदाया ,ओह खुदाया ,ओह खुदाया ,ओह खुदा
मुझको नहीं है, अब भी कोई, है नहीं, तुझसे गिला
तेरी हुकूमत, है हर जगह भी ,तू ही तू ,हर बार है
तेरी रजाई, हासिल करूं मैं ,यही नर्गिस, की पुकार है
ओह खुदाया, ओह खुदाया ,ओह खुदाया, ओह खुदा
मुझको नहीं है, अब भी कोई ,है नहीं, तुझसे गिला
जिक्र तेरा हो, फिक्र तेरा हो, तुझमें ही गुम , मैं रहूं..
तेरी ही चाहतों , के सदके में, मै जियूं और , मैं मरूं
ओह खुदाया,ओह खुदाया,ओह खुदाया, ओह खुदा
मुझको नहीं है, अब भी कोई ,है नहीं, तुझसे गिला
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