खुल कर अपनी बात एक दूसरे से कह देना,
कभी आपस में नाराजगी, कभी छोड़ कर अपना गुस्सा एक दूसरे को मना लेना,
कुत्ता, सूअर, नालायक बोल कर मारना फिर खुद भी पिट जाना,
बाकी रिश्तों के जैसा क्यों वो रिश्ता भी ख़ास नहीं हो सकता,
कैसे लोग हैं जो कहते है, एक लड़का, लड़की का सिर्फ़ दोस्त नहीं हो सकता।
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