धिक्कार हैं उन कुछ आदमियों पर...
जो औरत को हवस का शिकार बनाते है...
बड़ी तो बड़ी वो छोटी को भी ना छोड़ते है...
छोटी बच्चियों को गम दे कर...
वो उस गम मे खुश हो जाते है...
वो भी किसी बेटी के बाप हो सकते है..
ये क्यों भूल जाते है?
औरत की इज्जत नोच के...
वो खुद को मर्द कहलाते है...
उनको भी औरत ने ही जन्म दिया है..
ये क्यों भूल जाते है?
-Khushu
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