रजनीगंधा की महक हो तुम, हरसिंगार की चहक हो तुम चंचल नयन अधरों को ताकें, किसी मोगरे का इत्र हो तुम सदाबहार सी मुस्कुराहट तुम्हारी, कोमल कमल सी मासूमियत है पूछती हो क्या पहनूं मैं, गुड़हल सी साड़ी में जंचती हो तुम...
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Fetching #gudhal Quotes
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