तुम्हें भूलने की सलाहें तुम्हारी,
बड़ी भूल है ये बता दें तुम्हारी।
मैं जिस पर खड़ा हूँ, जमीं भी तुम्ही हो,
कहां दफ़्न करता मैं यादें तुम्हारी।
जमाने से बातें जमाने की करके,
मैं शब खुद से करता हूँ, बातें तुम्हारी।
नहीं, ये समझ से है आगे की बातें,
समझ क्या करे जब हो बातें तुम्हारी।
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