वो जो लिख गए हैं किताबों में ढेरों ज्ञान जिसे पढ़-लिखकर है करोड़ों परेशान इन्हे समझकर भी बने हैं लाखों महान तो ना पढ़कर भी हैं कुछ प्राणी हैरान पर लगता है जो रच गए हैं गीता और कुरान नहीं था इनके पास प्रत्यक्ष प्रमाण या अनुभव महान क्यूंकि लगती है हमें सारी किताबें अब निरर्थक समान।।