कहते है लोग मुझे पागल ,सही कहते है
रवाइया है ऐसा की लोग आवारा भी कहते है।
शौक पाले है हमने सब,फिर वो अच्छे हो या बुरे
नकारा भी कहते है , होशियार भी कहते है।
देखा है फिर मुझे धुआ उड़ाते, देखा है किताबे पड़ते भी
देखा है शांत रूप में,देखा है शोर मचाते ,लड़ते भी ।
सारे हुनर है मेरे पास हा पता है कुछ अच्छे है कुछ बुरे भी क्या करू किरदार ऐसा है मेरा ,हीरो भी हूं विलेन भी ।
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