कभी headphones पर full
volume गाने सुनते हुए सोई हो?
एक वक्त के बाद नींद तो आ जाती है,
मगर वो शोर गूँजता रहता है कानों में।
पता भी नहीं चलता और
सवेरे सिरदर्द हो जाया करता है।
तुम्हारी यादें भी मुझमें कुछ वैसा
ही शोर करती रहती हैं, हर घड़ी।
चीख़ती रहती हैं मेरे अंदर और
मुझे एहसास भी नहीं होता।
हाँ, बस हर वक्त सिर कुछ
भारी-भारी सा रहता है।
सच कहूँ तो डर लगता है
कि कहीं तुम्हारी यादों की चीख़ें
बहरा न कर जाएँ मुझे।
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