आज चंद पंक्तियां अपने
यारों के नाम लिख रहा हूँ,
तुम्हें दोस्त नहीं यारों तुम्हें
अपनी जान लिख रहा हूँ,
पढ़ना इसे अल्वेंद्र, व्योम,अमन,
विकास, अनूप, सौरभ, संदीप और शशांक
ध्यान से मैं यहाँ तुम्हारा नाम लिख रहा हूँ,
तुम्हें याद करके यारों विद्यापीठ में
तुम संग वो पहली मुलाकात लिख रहा हूँ,
तुम्हें दोस्त नहीं यारों ज़िन्दगी का
खूबसूरत ईनाम लिख रहा हूँ!!
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