चिड़िया को उड़ना ना सिखाकर ,
पिंजरे में रहना सिखा दिया।।
part 1
क्यों आज भी दिल्ली की सड़कों पर रात को ना चल पाती हैं,
क्यों आज भी खुदको अकेला पाकर वह काप जाती हैं।
हमसे सवाल पूछा तो हमने एक जवाब दिया,
चिड़िया को उड़ना ना सिखाकर पिंजरे में रहना सिखा दिया।
आसमा था जिसका उसे आसियाने में कैद किया,
चन्द लोगों कि लालच ने उससे उसकी ख्वाहिशों को छीन लिया।
खिले हुए से फूल को मुरझाने पर मजबूर किया, चिड़िया को उड़ना ना सिखाकर पिंजरे में रहना सिखा दिया।।
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