इश्क़ कम या ज्यादा नहीं बराबर होना चाहिए,
जो हाल दिल का इधर है उधर भी होना चाहिए।
कह तो हर कोई देता है कि तुम ख़ुश रहा करो,
पर दुआ में उसकी असर भी तो होना चाहिए।
मुलाक़ातें हमारी शायद मयस्सर हो भी जातीं,
पर कोई मिलने को मुंतज़र भी तो होना चाहिए।
उसकी सियाह आंखों में मैंने झाँककर तो देखा,
चलता फ़िरता कोई प्रेम मंज़र होना तो चाहिए।
मैं नदी बनकर उस में समा भी जाऊंगी एक दिन,
पर उसका दिल भी तो गहरा समंदर होना चहिए।
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