मानव सभ्यता एवं उसकी क्रिया प्रतिक्रिया केवल दर्शन सम्मत ही नही,विज्ञान सम्मत भी होना अभिप्राय है .......
अतः चाहे हम नए युग की वाहनों, नैनो प्रौद्योगिकी या भविष्य के लिए नवीकरणीय ऊर्जा की चर्चा करें, प्रत्येक प्रतिस्पर्धा के लिए नवोन्मेष की आवश्यकता होती है और भविष्य के इंजीनियर आज जितना रहे हैं, उससे कहीं अधिक कर रहे हैं।
आधुनिक विज्ञान को आगे की दिशा देने की क्षमता इंजीनियर में सन्निहित है ।।
-