सात फेरो के बाद रिश्ते सभी निभाते हैं मै बिन फेरो के तेरे साथ रिश्ते निभाना चाहती हू, तेरा मेरा रूह का रिस्ता हैं जिस्म कहाँ किसी का हो पता हैं........
तुम्हें सोचते ही महक़ जाती हू तुम्हारा एहसास हर पल मेरे साथ है, लकीरो में अब क्या देखु तुम्हें जब तुम दिल में बसे हो, मेरा प्यार सिर्फ और सिर्फ तुम तक रहेगा कान्हा.......