दोस्ती में जाने कितने वादे निभाए हैं,
और दोस्तों ने आज ये दिन दिखाए है।।
दोस्त का दिल ना दुखे हमेशा ये चाहा,
ख़ुद ने अकेले में बहुत आँसू बहाए हैं।।
हदें टूट जाए पर दोस्ती ना टूट पाए,
दिल में बस यही अरमान दबाए हैं।।
प्यार को जो तूने मतलब का नाम दिया,
हमनें बस तेरे साथ के सपने सजाए है।।
गमों में भी मुस्कुराहट ही बिखेरी "मेघा",
याद नहीं हमनें कभी दोस्त रुलाए हैं।।
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