जिस प्रकार आपस में बांटने से खुशियाँ दुगनी हो जाती हैं,
उसी प्रकार कुछ राशि दान करने से हमारी संपत्ति कम नहीं हो जाती है...
दान भी एक तरह से उपासना है, भक्ति का ही दूसरा रूप है,
यही मानवता व आपके अच्छे होने का स्वरूप है।
उचित समय पर किया दान, मनुष्यों के दुखों को कम करता है, हम देश से यदि सच्चा प्रेम करते हैं, तो अपने देश के लोगों के लिए कुछ राशि का दे दान,
समृद्धि तो आप से प्रार्थना करती है, क्योंकि उसने भी किया है इसमें थोड़ा सा योगदान🙏
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