दुनियां की हैसियत नहीं हमारी ख़्वाहिश लेने की हम खुद के ही बादशाह है दुनियां के मोहताज नहीं कुछ ख्वाहिशें है तेरे बगैर अधूरी कुछ अधूरे से हम वक़्त निकल गया उम्र बीती ना तेरे आने की ख्वाहिशें हो सकी पूरी हमारी ना पूरे हो सके हम
दिल के कोने में दुख हर किसी के होता है फर्क यह है कि कुछ का सामने नजर आता है, और कुछ का दिल में दबा होता है... सामने से तो मजबूत दिखते हैं, पर दिल तो हमारा भी अकेले में रोता है जब संभालने वाला कोई ना हो तब मजबूत बनकर करना अपने आप से पड़ता समझौता है।
तड़पना सीख लो, पर किसी को तरपाया ना करो रोना है तो छुपकर रोओ, पर किसी को जताया ना करो ख्वाब खुद देखो, पर किसी को दिखाया ना करो वैसे अनजान भी बन जाते हैं जान...❤ पर कभी बनाया ना करो