जिंदगी के सफर में कुछ पन्ने अभी बाकी है कुछ पढ़े जा चुके हैं कुछ लिखने अभी बाकी है इन पन्नों में खुशी ही नहीं गम के किस्से भी हजारों हैं खुशी और गम के आंसू दोनों इस में समाए है
जिंदगी के सफर में कुछ किस्से अभी बाकी है चोट ख़या दिल और खुशी के आंसू की साझेदारी है कहीं अपनों का साथ तो कहीं दोस्तों की दगाबाजी है जिंदगी के सफर में कुछ किस्से अभी बाकी है टूटे ख्वाबों को समेट अपनी ख्वाबों की ओर बढ़ रहा हूं इन धोखोको दिल में दबाए अपनी मंजिल की ओर बढ़ रहा हूं अभी कुछ किस्से बाकी है,मेरे आंसुओं के हिसाब बाकी है मेरी खुशियों के सैलाब बाकी है जिंदगी के सफर में कुछ किस्से अभी बाकी है मेरी उम्मीदों के डोर बाकी है अपनों का धोखा दर्द फरेब इन सब का बोझ मेरे दिल में बाकी है सभी तकलीफ दर्द अपने दिलों से उठाकर फैंकु वह दौर अभी बाकी है जिंदगी के सफर में कुछ पन्ने अभी बाकी है कुछ पढ़े जा चुके हैं कुछ लिखने अभी बाकी है _A.s Taiyab