Jane kaise uljhe zindagi k dhage tumse Jaise barso purane rishte jude khudse Tumhari mojudgi deti hai ek alag ehsaas Tumhara hona hi bna deta hai mujhe khaas
Jaane kya naam du is anjaan rishte ko Jisse hum dono hai bekhabar... banayega ye humsafar hum dono ko Ya mita dega hamari hasti ko is kadar...
एक भाई से बहन का प्यार हैं रक्षाबंधन एक धागे से लेकर कलाई का प्यार हैं रक्षाबंधन जोड़ के रख सके जो टूटे रिश्ते को वो आधार हैं रक्षाबंधन हर सुख दुःख में साथ निभाने का वचन हैं रक्षाबंधन जन्मों जन्म से एक भाई को बहन से बाँधने का हैं रक्षाबंधन जो बिना किसी रिश्ते के साथ निभाने का वादा कर जाएं रक्षाबंधन एक छोटी सी धागे के सहारे रिश्तों में बंधन बन जाएं रक्षाबंधन Shweta
यदि धागा उलझ जाता है तो उसे तोड़ना नहीं चाहिए, तोड़कर जोड़ने से गांठ पड़ जाती है, उसे सुलझाने की कोशिश करनी चाहिए उसी प्रकार रिश्तों को तोड़ना नहीं चाहिए बल्कि संयम और धैर्य से उन्हें बनाए रखने की कोशिश करनी चाहिए