QUOTES ON #DEEPAWALI

#deepawali quotes

Trending | Latest
3 NOV 2021 AT 21:23

जीवन पर्यन्त की दीपावली
-----------------------------------------------
हर साल,दीपावली आती है।
हर साल, वस्तुओं के धूल,
झाड़ दिए जाते हैं।
और बन्द कर दी जाती है,
दीवारों की दरारें।
हर साल ,रंगहीन वस्तुओं को,
रंगीन किया जाता है।
फिर जलते हैं असंख्य दीप
एक रात्रि के लिए,
एक साथ ,चारों ओर।
और कल के सूर्योदय के साथ,
होता है, दीपावली का समापन।
किन्तु इस बार, झाड़ कर देखना,
उस धूल को ,जो मन में जमी है
और बन्द कर देना,रिश्तों की दरारें।
रंगहीन भावनाओं को, रंगीन कर देना,
और जला देना एक दीया, प्रसन्नता के नाम।
एक दीपक प्रज्ज्वलित करना,
बुराइयों के चिता के लिए।
और मन के अंधकार में,
एक दीप ज्ञान का जलाना।
और देखना,
ये दीप, जीवन पर्यन्त जलते रहेंगे।
इस दीपावली के ,समापन का सूर्योदय,
कभी नहीं होगा।।
- संकल्प अनुसंधान योगपथ

-


7 NOV 2018 AT 1:47

आओ इस दिवाली,
कुम्हार की अमूल्य मेंहनत को घर का चिराग बनाकर सम्मान देते है
आओ इस दिवाली,
सरहद पर खड़े जवानों को उपहार संग अटूट हौसले का मनोबल देते है
आओ इस दिवाली,
धूप,पसीने से लड़कर अन्नदाता किसान को अधिशेष प्राप्ति की अग्रिम बधाई देते है
आओ इस दिवाली,
भूखे बच्चो को पटाखों के रुपयों से स्वादिष्ट भोजन संग पुस्तक देते है
आओ इस दिवाली
अपने स्वहित की कुंड में आहुति देकर जनहित उत्थान की पुकार देते है

-


13 NOV 2020 AT 18:51

-


7 NOV 2018 AT 11:20

Bas yahi soch Kar Dil jalaye baithe Hain
Sham-e-diwali par ek charaagh lazim hai

-


7 NOV 2018 AT 12:34

#Happy Diwali -drVats

सारी कायनात, धरती पे आज,
उतर आयी है इशारे से...
ये अंधेरा घना, है आसमान
दीये जलतें हैं सितारे से...

-


7 NOV 2018 AT 14:39


14 NOV 2020 AT 5:45

Happy Deewali 😇

Just check out my
YouTube Channel
(link is in my Bio)..

दीवाली के पावन अवसर पर आज मैंने अपनी
कविता 'अंततः धैर्य ने प्रतीक्षा का आलिंगन किया'
अपने Youtube Channel एवं अन्य Social media
(instagram/facebook आदि) में पोस्ट की है।
यह कविता अशोक वाटिका में बैठी माता सीता के
अखंड विश्वास की विजय को दर्शाता है और श्री राम
एवं माता सीता की एकात्मकता का परिचायक है।
आशा करती हूँ आप सब को यह पसंद आएगी।

So Just check out my
YouTube Channel
(link is in my Bio)..😇😍😇

-


26 OCT 2019 AT 12:52

तकसीम किया हैं मज़हबी नुमाइंदों नें हमारी थाली में,
वर्ना क्या फर्क़ है, हमारी ईद औऱ तुम्हारी दिवाली में ।

-


14 NOV 2020 AT 16:51

-


14 NOV 2020 AT 5:08

मेरे आँगन के चौराहे पर जलाए रखा है,
ये आशा लिए के इस दीपावली,
ले आएगी इस दिए कि चमक तुझे मुझ तक।
और कर देगी हमे एक-दूजे का सातो
जनम तक।

-