हथेली पे तेरा नाम लाख दफ़ा लिखा है मैंने , अपने दिल पे हमेशा तेरा नाम लिखा है मैंने , अपनी हर दुआ में तुझे शामिल किया है मैंने , जिंदगी मे तुझे नहीं यारा , जिंदगी को तुझमे शामिल किया है मैंने..!!!!
मिलके मुझसे फिर आज तुम खफा हो जाओ। गिला करो न कुछ तुम मेरी खता हो जाओ।। मायूसी का आलम है या नाउम्मीदी का रंग। तुम मुफलिसी में फिर मेरी दुआ हो जाओ।।। मोहब्बत भी है किसी अदावत की तरह। ऐसे तकल्लुफ से अच्छा है जुदा हो जाओ।।
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