Chand sa chup gya h jo, Jane kidhar gya hai wo, Tam🌑 rhne do ab yha jakr tum bahr dekho, Jane kb ye sham dhalegi, jane kab niklega wo, Chand sa chup gya h jo...🌛
कुछ अजीब से हालात करे किससे अब बात अपने ही घर में सुरक्षित नहीं क्या झूठ के इतने लंबे हाथ हटा दो चेहरों से अब नकाब तब ही होगा हर मकसद कामयाब तुम फरेब का खेल खेल सकते हो बेहिसाब पर हम भी न हारेंगे सच है हमारे साथ ये देश हमारा था हमारा ही रहेगा अब देश का हर हिन्दू ये कहेगा अब तो खोलो न यारों आंख कब तक न करोगे सच की फरियाद बात अब आगे निकल रही है हर जगह बस मनमानी चल रही है तोड़ दो चुप्पी दो सच का साथ ताकत अपनी दिखा दो अब तो गद्दी भी हिला दो चुप रहोगे तो कमजोर समझ लेंगे जब चाहे तुम्हारा अभिमान तोड़ देंगे नीचता की हदें वो पार कर चुके अब हम क्यों बेवजह झुके दिखा दो अब एकता की शक्ति यही है देश की सच्ची भक्ति