तू अंधेरा भी रोशनी भी मैं सुबह शाम हो जाऊं
तू हमसफ़र भी सफर भी मंजिलों का आराम हो जाऊं
अभी तेरे दिल ने जानी कहां है इश्क की खुबिया
मैं तेरा इश्क बनूं और तुझे ही तमाम हो जाऊं
अब तक मैं बर्फ से पानी पानी से बर्फ होता रहा
नशीली आंखों से छू लो तुम तो जाम हो जाऊं
सांसों की तरह तुझको मैं हो जाऊं जरूरी
बिन करें न गुज़रे तेरा ऐसा काम हो जाऊं
जमाना जानता कहा है अभी तेरी फितरत' अजनबी''
अपने दिल का राजा हूं पर इश्क में गुलाम हो जाऊं
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