किसी से कोई मतलब न रखने वाली ,
मतलब क्या होता है ये सीख रही थी !!
शायद वो दुनिया की तरह सवर थी ,
हां, वो बदल रही थी !!
वक्त से वक्त उधार मांग रही थी ,
खुदको सबकी तरह ढाल रही थी !!
खुद्दारी से खुदगर्ज होना सीख रही थी ,
खुदसे ही वो दर बदर हो रही थी ,
हां, वो बदल रही थी !!
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