ऊँची शिखर पर आसमां से
जो नज़र मिलाता है,
वो "विजेता" है...
शून्य की ठण्ड में तेज़ हवाओं से
जो टकराता है,
वो "विजेता" है...
रेगिस्तान की तपती रेत पर
जो चैन से सो जाता है,
वो "विजेता" है...
दूसरों के जीवन रक्षा के लिए,
जो खुद की ज़िन्दगी हार जाता है,
वो "विजेता" है...
उनकी इस कुर्बानी को
जो कर सके बयां,
वो अलफ़ाज़ नहीं है मेरे पास,
बस, ये सर नमन् में उनके,
झुक जाता है...
-aRCHANA
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