हम तुम्हारी राह देखेंगे सनम,
तुम चले आओ पहाड़ों की क़सम.
तेरे आने की खबर न आ सकी,
याद तेरी दिल से भी न जा सकी,
हो गए पागल तेरी यादों में हम,
तुम चले आओ पहाड़ों की क़सम,
ये हवाएं तेरे बिन परेशां हैं,
ये घटायें तेरे बिन हैरान हैं,
कर रही है रुत भी तो तेरा ही ग़म,
तुम चले आओ पहाड़ों की क़सम,
सुनिये झरनों की पुकारें हम सफर,
तेरे मिलने के लिए तरसे नज़र,
छा गयी कैसी उदासी एक दम,
तुम चले आओ पहाड़ों की क़सम,
हम तुम्हारी राह देखेंगे सनम,
तुम चले आओ पहाड़ों की क़सम..
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