प्यार तो हमे भी हुआ है, एक पहाड़ीन से,
दिल लगा बैठे है, एक तिवारीन से,
देखा उन्हे जब पहली बार, दिल गया मै उनपे हार,
हर वक़्त हर पल, उनके यादो में खोये रहते थे,
बाते करना चाहे पर, कुछ कहने से डरते थे,
हम आज भी बेहद, प्यार करते है उस पुजारीन से,
दिल लगा बैढ़े है, एक तिवारीन से,
भोली सूरत गोरा मुखड़ा, जैसे लगे चाँद का टुकड़ा,
नैन नशीला ओठ मधुशाला, जैसे लगे जाम का प्याला,
मुलाकात तो अक्सर हुआ, पर कभी बात ना हुई,
आपकी याद ना आये, ऐसा कोई दिन-रात ना हुई,
कैसे बताये दिल का हाल, उस बंजारीन से,
दिल लगा बैढ़े है, एक तिवारीन से।
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