टूटी हूँ लेकिन अभी मैं बिखरी नहीं हूँ, भूली हूँ रास्ता लेकिन मैं भटकी नहीं हूँ। नज़रंदाज़ करती हूँ लेकिन मैं अंधी नहीं हूँ, आँसू तो गिरते हैं लेकिन मैं रोती नहीं हूँ। हंसती हूँ लेकिन मै मुस्कुराती नहीं हूँ, जिंदा हूँ लेकिन मैं जीती नहीं हूँ।
अगर कल हम में से किसी की भी जिन्दगी का आखिरी दिन होगा तो एक काफिला खड़ा होगा हमारी मौत पर आँसू बहाने वालों का लेकिन अफसोस इस बात का है कि आज आपके आँसू पोंछने कोई नहीं आएगा।