Like how content we were, writing "- Art by" followed by our names more than the art itself Just like that, we are content with the idea of being in love more than love itself.
हाल दिलों का बताएं कैसे प्यार कहते हैं किसे समझाएं कैसे तुम बस इतना समझ लो सर्द समंदर भी है ये आग का दरिया भी है आसान होकर भी मुश्किल बहौत है सुलझनों में भी उलझन बहौत है मिले तो मज़ा है ना मिले तो सज़ा भी हैं मर्ज़ भी यही है दवा भी यही है प्यारी सी झड़प है ये बेशुमार परवाह भी है नज़दीकियाँ भी बहौत है दूरियों का तराना भी है अधूरे से किस्सों में पूरी कहानी है हर अनकही कहानी की इबारत नूरानी है कहते हैं प्यार, मोहब्बत, इश्क जिसे वो खुदा की इबादत रूहानी है