मोरे कृष्ण कन्हैया,
काहे आने में देर लगाए
ये नैन ये मुख की रौनक,
तेरी ही तो आस लगाए
माखन खिलाने को गोपाला,
मेरे हस्त हस्त तरस जाए
अरे तेरी दीवानी राधे सम्मुख,
फिर क्यों गोपियों संग रास रचाए
मटकी पकड़ कर खड़ी, कि
कब नंदन इसे फोड़ गिराए
अरे श्याम जरा मुरली तो उठा,
देख समस्त संसार जन्माष्टमी मनाए 😊
@tanya
-