QUOTES ON #ASHUTYPED

#ashutyped quotes

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28 MAY 2020 AT 2:49

जब तुम्हें दर्पण दिखाई दे अगर तो देखना,
फिर हमारा गुम हुआ सा मन दिखे तो देखना।

शांत जल से ये नयन पथरा गए है अब मेरे,
पर तुम्हें ,पत्थर के अंदर जल दिखे तो देखना।

इक नदी खामोश हो जाती है गहराई से भी,
देखना शायद ,कोई हलचल दिखे तो देखना।

आज को देखें बिना जी तो रहे है आज तक
मांगते थे हम तुम्हें, वो कल दिखे तो देखना

जिदंगी पल-भर गुजर जाती है सारी जिंदगी,
पर हमारे साथ का वो पल दिखे तो देखना।

जब तुम्हें दर्पण दिखाई दे अगर तो देखना।
फिर हमारा गुम हुआ सा मन दिखे तो देखना।।

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1 JUN 2019 AT 23:14

आशाओं के इक मरघट पर,
भावों की भीनी चौखट पर,
विश्वासों के विस्तृत वट पर,
इस जीवन सागर के तट पर,

हम फिर तुम संग हसाँ करेंगे
हम फिर तुम संग रहा करेंगे।

जीवन की मझधार बड़ी थी,
तुमको खोना हार बड़ी थी,
लेकिन हमको ढोना ही था,
दुख की गठरी द्वार पड़ी थी,

उसे उठाये तुम्हें सुमिर कर,
हमने खुद को ढूंढा दर दर,
लेकिन मर्यादा में रहकर,
श्वास श्वास ले हर इक घट पर,

हम फिर तुम संग हँसा करेंगे,
हम फिर तुम संग रहा करेंगे।

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12 MAY 2018 AT 14:56

हालात सिखाते है "किस्मत" को मात देना,

हालात ही हमारे "हालात" बदलते है।

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11 FEB 2018 AT 11:45

गलतियों की कोई गुंजाइश नहीं
इश्क़ में हद से ज्यादा नुमाइश नहीं।

मातम में रहा इस कदर एक शहर
अब किसी की कोई फरमाइश नहीं।

इक गुजारिश है आंखों से ओझल रहो
फिर हमारी भी कोई गुजारिश नहीं।

चाँद सूरज तुम्हारे इशारों पे हो
फिर भी तुमसे हमारी सिफारिश नहीं।

हमको खुदको लगी थी तबाही की लत
सामने तो किसी की भी साजिश नहीं।

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30 MAY 2019 AT 22:50

मुझसे बढ़कर भी तेरी जिंदगी थी क्या?
मेरे वजूद में इतनी कमी थी क्या?

जिसको देखने भर से सुकून मिलता था
सच बता वो कोई झूठी खुशी थी क्या?

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17 MAY 2018 AT 23:56

इस रोग का बताओ कैसे इलाज होगा,

दुनिया में अन्धेरा हो, आंखों में रोशनी हो।

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9 JAN 2018 AT 15:58

"कहीं" तुम तो कहीं "हम"

"सही" तुम तो सही "हम"





"यही" तुम भी यही "हम"

"नहीं" तुम तो नहीं "हम"

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17 MAY 2018 AT 23:00

चाहे गले लगालो, चाहो तो क़त्ल करदो,

दो पल की जिंदगी ही, हम सब की जिंदगी है।

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1 MAR 2018 AT 0:38

महज जिस दौर से चले है हम
फ़कत उस दौर तक चलेंगे हम

भले नाकाम होते है तो हो
मगर इक काम से चलेंगे हम

शराफत से सफर में ये मिला
कि कत्लेआम तक चलेंगे हम

मंजिलें घुटनो पे चलकर आएंगी
सहर से शाम तक चलेंगे हम

तुम्हारे नाम से थे रुक गए
तुम्हारे नाम तक चलेंगे हम

यही वादा हमारा होश में है
कि बिल्कुल ज़ाम तक चलेंगे हम।



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16 JAN 2018 AT 23:16

कमियाँ तो और भी बहुत थी मुझमें,

तुमने वही गिनाई जो तुम में नहीं थी।

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