हाँ, अंजान थी मैं उस शख्स से,
जो हमराही था मेरे रहो में.
हाँ, अंजान थी मैं उस दर्द से,
जो हमदर्द था मेरे दर्द में.
हाँ, अंजान थी मैं उस धोके से,
जो धोकेबाज़ था मेरे इश्क़ में.
हाँ, अंजान थी मैं उस साजिश से,
जो जानलेबा था मेरे जिश्म का.
हाँ... हाँ.. अंजान थी उस हर चीज से,
जो मुझे यूँ रास्ते पर छोड़ गया....
यूँ दर-दर भटकने के लिए.
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