Hua tha bhagwan ko bhi bahut pachtava, Un janvaro ko mene kyu insaan banaya.. Shayad wo maard ban gae uske vastra chin kar, Jo insaan tak na ban pae nari ki aseemta ko chin kar.
वो बेजुबान है उनको मारो या उन पर कितना भी अत्याचार करो । वो दिया हुआ हम इंसानों का दर्द बिना कुछ कहे चुप चाप सेह लगे। हा दर्द तो होता है बहुत रोते भी है लेकिन हम इंसानों को दिखता कहा है उनका दर्द । हम तो इंसान है यार कुछ भी कर सकते क्या करना इन बेजुबानों के दर्द से । लेकिन ये जो इंसानों के अंदर जानवर बैठा है ना वो जरूर सामने आ जाता है ।😐😐