Anas Momin 27 NOV 2017 AT 10:46 तपिश इतनी जैसे सूरज सर पे हैं,हिम्मत इतनी जैसे अस्मा नज़र पे हैं।वक़्त की मरम्मत हो ही जाएगी एक दिन,दुआए हमारी अभी फलक के सफ़र पे हैं। - Anas Momin 18 MAR 2018 AT 9:56 मेरे हाथो में कलम रख में,उसने सियाही अपनी ख्याल की भर दी।© - Anas Momin 17 MAR 2018 AT 23:52 मुझसे से बार बार मोहब्बत जताई नहीं जाती, एक बार आके तुम मेरी आँखे पढ़ लो ना।© - Anas Momin 25 MAR 2018 AT 0:31 मैं हर शाम बैठ के रात पिरोता हूँ,और सहर होते ही सफ़र पे होता हूँ।© - Anas Momin 23 MAR 2018 AT 9:46 यूँ किस्मत ज़रा नासाज़ हैं तो क्या हुआ,दबी हमारी ज़रा आवाज़ है तो क्या हुआ। तुम चीखों अपने फरेब के किस्से यूँही,सच ज़रा अभी बे-आवाज़ हैं तो क्या हुआ। - Anas Momin 25 MAR 2018 AT 13:14 लोगो को जीने का सलीखा सिखा के,मैंने खुद के लिए अक्सर मौत भी मांगी है।© - Anas Momin 23 MAR 2018 AT 18:29 एक नींद ऐसी भी आये,जिसके बाद ज़िन्दगी ख्वाबो वाली हो जाये।© - Anas Momin 9 APR 2018 AT 21:57 तुमसे किसने कह दिया मुझे परेशानी है?कभी डूबना कभी होना पार यही तो जिंदगानी है - Anas Momin 17 MAR 2018 AT 9:03 मैं वही दिया हूँ जो आंधियो में बुझा नहीं,मैं क्या हूँ , क्या था,शायद तू समझा नहीं।© - Anas Momin 28 MAR 2018 AT 10:35 मैंने मान लिया हैं वजूद मेरा खाक है,तुम तो हवा हो , उड़ा ले चलो मुझे।© -