हां तुम मे तुम्हारी तरह, मैं हमेशा रहूंगी।
तुम्हारी आँखों में मैं, हमेशा बस्ती रहूंगी
तुम्हारी यादों में मैं, हमेशा सजती रहूँगी
जब भी तुम आंखे, अपनी बंद करोगे न
आँखों के सामने मैं हमेशा दिखती रहूँगी
हां तुम मे तुम्हारी तरह, मैं हमेशा रहूंगी।
तुम्हारी बहो में मैं, हमेशा लिपटी रहूँगी
धड़कनो में तेरी, हमेशा धड़कती रहूँगी
जब भी ग़ौर से सुनने, बैठोगे तुम कभी
तुम्हारे कानो में मैं हमेशा बोलती रहूँगी
हां तुम मे तुम्हारी तरह, मैं हमेशा रहूंगी।
रात तुम्हारे ख्वाबो में हमेशा आती रहूँगी
अपने किस्से तुम्हारे सिरहाने गाती रहूँगी
जब भी सुनकर उन्हें मुस्कुराओगे न तुम
उस मुस्कान से अपनी खुशी पाती रहूँगी
हां तुम मे तुम्हारी तरह, मैं हमेशा रहूंगी।
Ayushi Shukla 🥀
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