।। अजन्मी ही नजन्मी ।।
मैं अजन्मी क्यों न जन्मी,
दुनिया में नहीं लाना क्या ।
मां मैं तुमसे तो मिल ली,
पापा से नहीं मिलाना क्या।
मैं तुझसे अनजान नहीं माँ ,
तू कितना प्यार मुझे करती है।
फिर किसके डर से ऐ माँ,
मुझे जन्मने से डरती है।
माँ तुम उसका नाम बताना,
नहीं जानना पता ठिकाना।
कह दो जहां से आई मैं ,
सबको उसके पास ही जाना।
पापा से एक बार मिला दो,
फिर जो कहो वो मानूंगी।
फिर से बनकर के बेटी,
कभी नहीं मैं जन्मुंगी ।
उपेंद्र कुमार
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