Aman srivastava 27 JUL 2019 AT 6:29 अज्ञात लोक से आए हैं...अज्ञात लोक को जाना है...दुनिया है रंगमंच और हम कठपुतली...यही जीवन की परिभाषा है... - ANUBHUTI 9 SEP 2021 AT 17:26 इश्क की खुमारी का दर्द पनाह पा गया शायद,टीस अब इंतजार के जख्मों पर नहीं उठती।। - Geeta Rani 7 APR 2021 AT 12:41 आज एक अज्ञात प्राणी बच्चों को पढाकर आया हैपहाड़े याद न करने पर वो उन्हें डांट कर आया है...याद न करने की बजह पूछने के वजाय बच्चों के रोने पर वो ''मुँह से सांस भी बाहर न आ जाये'' ये शव्द कहकर आया है...बच्चों को अभिप्रेरित करने के बजाय वो उन्हें वो उन्हें दण्डित करके आया हैलगता है वो अज्ञात प्राणी B.Ed. कोर्स में फेल होकर आया है...😂😂 - अनोळखी वाटेवर 22 AUG 2020 AT 17:11 जिसे हमसफर समझा थागर वही हमें छोड जायतो ये दिल बेचारा लेकर हम किसके दर पर चले जाय..😢 - ANUBHUTI 15 SEP 2021 AT 8:03 यादें तो बेवफ़ा होती है, कभी आती है कभी खो जाती है...हमने तो तेरी रूह से नफ़रत की है, कयामत से पार तक की..... - Samriddhi Mourya 14 MAY 2021 AT 21:05 बिना सुबह हुए ही, शाम हो जाती हैखबर मिली थी शायद ,सन्नाटों को भीरौशनी भी अक्सर,अँधेरों में अज्ञात हो जाती है । - ANUBHUTI 27 SEP 2021 AT 19:49 तुझे छू कर नहीं, तूझे धडकनों से मेहसूस करना चाहते हैबना के ताबीज़ तूझे सांसों के करीब रखना चाहते है.....बेजुबान इश्क़ को तेरी सांसों से छूना चाहते हैमोहब्बत के रंगों में सांसों से लिपटना चाहते है..... - infinite.. 5 JUN 2021 AT 15:13 शब्दों का सार गया।लिखना अब बेमानीजब एहसास न रहा।। - Bikhyat Sikha 31 JAN 2020 AT 16:13 Na mein Majnu, heer, ya Ranjha ban paya..Teri chahat ne bas aaj mujhe, agyat kalamkar banaya... - Kamal Agrawal 23 JUN 2020 AT 0:24 तुझको देख बहकने लगा में खुद से ही झूट कहने लगा चूम रहा तेरे होंठो को उफ्फ क्या हसीन सपने देखने लगा -