है दिल यह कहता वो पहचान लेगा मुझे
अक्ल कहती है कि यह मुमकिन ही नहीं
होश में आ, बीच सागर में हैं हम और
दूर-दूर तक भी कोई साहिल ही नहीं
एक नजर में उनको हाल ए दिल दे बता
ए दिल मेरे तू इतना काबिल ही नहीं
मैंने रखे हैं उनसे पर्दे लाख लेकिन
क्या है वो जो उन पर जाहिर ही नहीं
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