जवानी चढ़ चुकी हैं अब दिल लगा कर देखा जाए
एक अजनबी को बाबू शोना बना कर देखा जाए
मोहब्बत की लहर में दिन भर महबूब की चाहत होगी
अपनी वाली ना आए , तो दूसरी बुला कर देखा जाए
दूर से देखो तो बहुत सुकून हैं मोहब्बत में
जिम्मेदारियां निभानी हैं, तो करीब आकर देखा जाए
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