जिम्मेदारी कितनी है बस इतनी उम्र मे, तुम्हें क्या बताए
हम भी नहीं जानते हम कैसे मुस्कुराते है, तुम्हें क्या बताए
मेरे हालात से मजा लेने वालो को खुदा और जिंदगी दे
हम अपने दर्द में भी कैसे गुनगुनाते है, तुम्हें क्या बताए
बहुत जरूरी है मेरे यार रंज ओ गम का होना कहानी में
मुझे कितने अच्छे लगते है ये सितम, तुम्हें क्या बताए
इश्क़ तो कर ले "अश्क " हम भी किसी लैला से यहाँ
पर कितना मुश्किल है निभाना सनम, तुम्हें क्या बताए
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