Gautam Nahar 5 FEB 2020 AT 12:05 वक़्त मिले तो हमें भी पढ़ लिया करो हुजूर,लफ़्ज़ों में वाह ना सही..दिल से आह जरूर निकालेंगे। - Karishma Kokane 21 SEP 2020 AT 16:11 Kamal ka jigar rakhte hain log.. Dard padhte hain.. Or aah tak nahi karte.. - नेह! 15 SEP 2019 AT 23:54 "पहली दफ़ा"जब पहली दफ़ा सोचा उनकोसिहर गए पल भर कोआह भरी बस आह भरीजब पहली दफ़ा आवाज सुनीनिःशब्द रहे स्तब्ध रहेसुनते गए बस सुनते गयेजब पहली दफ़ा देखा उनकोनजरें न मिली क्षण भर कोआँख ढ़की बस शरमा ही गयेअब पहली दफ़ा मिलना है उनसेये सोच के हम खिलते हैजब दूर रहे ये हाल कियामिलकर क्या होगा, पर................................मिलते है। - , 16 FEB 2021 AT 14:04 तुम धड़़कन की धक-धक हो,मै कोयल की कुहू प्रिये,तुम कह दो की मेरी हो,जी भर तुम को चुमू प्रिये !तुम दवात मे स्याही सी,मै कलम हूं शाही प्रिये,छू कर तुम को प्रेम से,लिख डालू मै आह्ह प्रिये ! - Abhijeet Ray 13 NOV 2021 AT 8:30 जी में आता है कि एक बार तो चीखूँ ऐसेसारी दुनियाँ को ख़बर हो कि, तुझे खोया है - Sunita Jauhari 1 OCT 2020 AT 22:36 नारी कोई खिलौना नहीं ,काश! तुम यह जान पाते नारी से ही नर है इसे भोग्या सिर्फ ना समझतें यह जघन्य कुकृत्य,रतिलक्ष्य आखिर क्यों करतेउन्माद में नारी अस्मत ही तुम क्यों हो लूटते ? - sumeet choudhary 8 JUL 2020 AT 1:13 Meri aah lagegi tujheItna bhi na sataya KarBewaqt hi sahiKabhi milne bhi Aaya kar - Sunita Jauhari 18 OCT 2020 AT 19:07 जाने क्यों ? जाने क्यों ? एक राह है, जो मंजिल तक नहीं जाती है..जाने क्यों? जाने क्यों? एक आह है,जो सिसकियों में नहीं समाती है... - ꧁✰Na🆁gis✰꧂ 19 DEC 2021 AT 16:54 मेरी आंखों से देखो ,अब कैसे आह जारी हैमगर यही अदा ,मेरे रब को कितनी प्यारी है - Krity Alfazo Ki Rani 20 JUN 2020 AT 17:57 मेरे दर्द की हर एक आह मेरी शायरी में ऊतर आई मेरे आँखो के आँसू से स्याही और जख़्म पन्ने बन आई -