Pankaj Chaudhary 15 APR AT 23:16 Hai Ye Ishq Junoon Sir Pe Chadha Na, Paa Saka Use Na, Adhura Raha... - Asif A Khan 14 APR AT 19:50 कुछ इस तरह मैं, ज़माने की रीत निभाती हूँ,तुझे जी कर कुछ, मैं भी जी जाती हूँ। - Asif A Khan 13 APR AT 20:21 कोशिश करने पर भी, मैं आँसू रोक न पाता हूँ;बेवफ़ा तेरे ख़्याल से ही, मैं बदहवास हो जाता हूँ। - Vikas Srivastava 13 APR AT 16:11 अपनी तबियत नासाज़ हो गई हैवो कहानी हमको याद हो गई हैतेरी यादों से रोज कहता हूंचले जाओ बहुत रात हो गई है - jagmohan sharma 13 APR AT 5:07 ये वीरानी के मँजर लगे सब है सुना मैं देखूँ जिधर भी कहीं दिखती तू ना - Asif A Khan 13 APR AT 0:21 Tum aa jaate To achchha hota,Kuchh to sakoon paate;Teri Yaaden to Thak chuki hain,yahan roz aate aate.तुम आ जाते तो अच्छा होता,कुछ तो सुकूँ पाते;तेरी यादें तो थक चुकी हैं,यहाँ रोज़ आते आते। - Parvez Mirani 11 APR AT 19:58 बह्र :- 11212-11212-11212-11212कोई उज्ब दे, न ग़ुरूर दे, मुझे सिर्फ़ इतना नुज़ूर देकभी दिल न मुझसे दुखे कोई मुझे ऐसा लहजा ज़रूर देमुझे रब तू इतना नवाज़ दे कोई ज़ोम मुझ में न हो कभी तिरी नेक रह पे चलूँ सदा मुझे बस तू इतना श'ऊर देमिरा जिस्म खाक़-ए-वतन बने, मिरी जाँ वतन पे निसार होमुझे मौत भी न डरा सके मुझे बस तू इतना फ़ितूर देमेरा इस तरह का दयार हो जहाँ कोई छोटा-बड़ा न होमेरा काम हक़ की हो बानगी सभी नेक शग़्ल को पूर देकभी मुश्किलें हों हयात में तेरा नाम मेरे लबों पे होसभी मुश्किलों को हरा सकूँ मिरे हौसलों में वो तूर दे~परवेज़ - Saurabh Tyagi 11 APR AT 18:24 ये कांच पिघलकर पत्थर हो चुका,टूट–टूट के थक जो गया था मैं.मंजिल का इशारा था ठहर जाने का,पर इससे ज्यादा रुक न सका था मैं.मिले खरीददार बहुत सरे बाजार मुझे,इस रूह के साथ बिक न सका था मैं.कफन सिला था आपने भी आला मगर,आपकी उम्मीद पर नप न सका था मैं। - Asif A Khan 11 APR AT 18:15 कभी कभी यूँ ही आँसू बहने लगते हैंएक अनसुनी सी दास्ताँ कहने लगते हैंदिल में दबे ज़ख़्म बूँद-बूँद रिसने लगते हैंदर्द के पाटों में रेज़ा-रेज़ा पिसने लगते हैंचेहरा अश्क़ों से तर-ब-तर हो जाता हैअजीब सा दर्द वजूद पर सर हो जाता हैदिल बे-सबब उदासियों से भर जाता हैजीवन जैसे मायूसियों का घर हो जाता है - kedar Behare केदार बेहरे 10 APR AT 21:23 लानत बन गयी हैं, तेज याद़दाश्त मेरी न भूलता हूॅं, तेरी वफाॅं की कस्मे ना भुला सका, तेरे बेवफ़ाई के किस्से.. -