बेरुखी सी ज़िन्दगी को सँवारने आजा,
मेरे कष्ठो को निवारने आजा।
सुनने को तरस गए तेरी मुरली,
धुन सुनाकर हमे तारने आजा।
गलियां ढूंढे साँवरिया तुझे,
उन रास्तों को जगमगाने आजा।
द्रौपदी की लाज बचाई तुमने,
हमें हर पल पर सँवारने आजा।
अनेकों रूप धरे तुमने,
हमारे हर पल को निखारने आजा।
पल पल तेरी राह देखे ये Dolly
अपनी कृपा दिखा कर उद्धारने आजा..!!
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