....... #Sidnaaz_एक_habit.......
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दिलों में यूं बसकर ,
हमारी आदत बनकर ,
हाथ कुछ एसा छुड़ाया की ,
हमें अधूरा ही नहीं वीरान भी
कर गया ,
पसंद तो हमारी रोज़ बदलती हैं पर ,
वो habit बन चुके थे। भुलाए नहीं भूलाते ।
अधुरी कोई कहानी नहीं होती,
बस किरदार छोटे होते हैं।
........अधूरा कुछ नहीं होता.......
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